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पीटीआई, संयुक्त राष्ट्र
Revealed by: Jeet Kumar
Up to date Fri, 08 Oct 2021 12:04 AM IST
सार
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने संयुक्त आभासी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वैक्सीन असमानता कोविड-19 महामारी का सबसे अच्छा सहयोगी है, और यह वेरिएंट को विकसित करने में मदद कर रहा है।
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विस्तार
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पहले सितंबर के अंत तक हर देश को उसकी 10 प्रतिशत आबादी को टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन उस तारीख तक 56 देश ऐसा नहीं कर पाए थे, इनमें से अधिकांश अफ्रीका और मध्य पूर्व के देश हैं।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने संयुक्त आभासी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वैक्सीन असमानता कोविड-19 महामारी का सबसे अच्छा सहयोगी है, और यह वेरिएंट को विकसित करने में मदद कर रहा है। उन्होंने दुनियाभर में लाखों मौतों की निंदा की साथ ही आर्थिक मंदी पर भी चिंता व्यक्त की।
वहीं अब नई रणनीति में इस साल के अंत तक हर देश की 40 फीसदी आबादी और 2022 के मध्य तक 70 फीसदी आबादी का टीकाकरण करने के डब्ल्यूएचओ के लक्ष्यों को हासिल करने की योजना की रूपरेखा तैयार की गई है।
डब्ल्यूएचओ के साथ वैश्विक कोविड-19 टीकाकरण रणनीति की शुरुआत करते हुए, गुतारेस ने कहा कि यह योजना हर जगह सभी के लिए कोविड-19 महामारी से मुक्ति दिलाने का समन्वित और विश्वसनीय मार्ग है।
साथ ही गुतारेस ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तैयार की गई यह विस्तृत कार्य योजना है, इसके माध्यम से इस वर्ष के अंत तक सभी देशों में 40 फीसदी टीकाकरण किया जाएगा और 2022 में करीब 70 फीसदी। गुतारेस ने कहा कि प्रति माह लगभग 1.5 बिलियन वैक्सीन की खुराक के उत्पादन के साथ साल के अंत तक दुनिया के सभी देशों में 40 प्रतिशत लोगों तक वैक्सीन पहुंच सकती है और समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए आठ बिलियन अमरीकी डालर जुटा सकते हैं।
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