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संवाद न्यूज एजेंसी, सोनीपत (हरियाणा)
Printed by: निवेदिता वर्मा
Up to date Wed, 06 Oct 2021 10:38 AM IST
सार
लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारने के बाद से ही माहौल गर्माया हुआ है। बुधवार को लखीमपुर खीरी में मृतक किसानों का अंतिम संस्कार किया जाना है। जिसे लेकर भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों को लखीमपुर खीरी पहुंचने को कहा था।
केजीपी पर चेकिंग करती बागपत पुलिस।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
लखीमपुर खीरी मामले को लेकर यूपी प्रशासन अलर्ट पर है। बागपत बॉर्डर पर सघन तलाशी के बाद ही वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इसके चलते कुंडली-गाजियाबाद-पलवल हाईवे पर वाहनों की कतार लग गई है। वाहनों की पूरी तलाशी लेने व सवारियों के नाम-पता पूछने के बाद ही उन्हें यूपी में प्रवेश करने दिया जा रहा है। जाम की स्थिति बनने के साथ ही लखीमपुर खीरी में किसानों के अंतिम संस्कार में जा रहे उनके साथी किसानों में रोष व्याप्त है।
यह भी पढ़ें – पटियाला में सनसनीखेज वारदात: पत्नी के साथ कार में जा रहे यूथ अकाली नेता पर बरसाईं गोलियां, अस्पताल में तोड़ा दम
लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारने के बाद से ही माहौल गर्माया हुआ है। बुधवार को लखीमपुर खीरी में मृतक किसानों का अंतिम संस्कार किया जाना है। जिसे लेकर भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों को लखीमपुर खीरी पहुंचने को कहा था। इसके चलते सुबह से केजीपी और बहालगढ़-बागपत रोड से किसान काफी संख्या में यूपी जा रहे हैं। इसे देखते हुए डीएम व एसपी बागपत की अगुवाई में केजीपी के साथ ही बागपत रोड पर भी वाहनों को जांच के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। इस पर किसानों ने रोष जताया है।
भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) गुट के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि यूपी प्रशासन किसानों को रोकने के लिए जानबूझकर चेकिंग करा रहे हैं। वह किसानों को यूपी पहुंचने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान ऐसे डरकर पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि केजीपी जैसे एक्सप्रेस-वे को रोककर चेकिंग करने का कोई औचित्य नहीं हैं।
किसानों के साथ आम लोगों को हो रही परेशानी
सघन चेकिंग अभियान के चलते केजीपी पर वाहन रेंगते हुए निकल रहे हैं। केजीपी में सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। पूरी तरह जांच करने व सभी सवारियों के नाम-पता पूछ कर ही उन्हें यूपी में प्रवेश कराने से काफी समय लग रहा है। इससे आम लोग भी परेशान हैं।
विस्तार
लखीमपुर खीरी मामले को लेकर यूपी प्रशासन अलर्ट पर है। बागपत बॉर्डर पर सघन तलाशी के बाद ही वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इसके चलते कुंडली-गाजियाबाद-पलवल हाईवे पर वाहनों की कतार लग गई है। वाहनों की पूरी तलाशी लेने व सवारियों के नाम-पता पूछने के बाद ही उन्हें यूपी में प्रवेश करने दिया जा रहा है। जाम की स्थिति बनने के साथ ही लखीमपुर खीरी में किसानों के अंतिम संस्कार में जा रहे उनके साथी किसानों में रोष व्याप्त है।
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लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारने के बाद से ही माहौल गर्माया हुआ है। बुधवार को लखीमपुर खीरी में मृतक किसानों का अंतिम संस्कार किया जाना है। जिसे लेकर भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों को लखीमपुर खीरी पहुंचने को कहा था। इसके चलते सुबह से केजीपी और बहालगढ़-बागपत रोड से किसान काफी संख्या में यूपी जा रहे हैं। इसे देखते हुए डीएम व एसपी बागपत की अगुवाई में केजीपी के साथ ही बागपत रोड पर भी वाहनों को जांच के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। इस पर किसानों ने रोष जताया है।
भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) गुट के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि यूपी प्रशासन किसानों को रोकने के लिए जानबूझकर चेकिंग करा रहे हैं। वह किसानों को यूपी पहुंचने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान ऐसे डरकर पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि केजीपी जैसे एक्सप्रेस-वे को रोककर चेकिंग करने का कोई औचित्य नहीं हैं।
किसानों के साथ आम लोगों को हो रही परेशानी
सघन चेकिंग अभियान के चलते केजीपी पर वाहन रेंगते हुए निकल रहे हैं। केजीपी में सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। पूरी तरह जांच करने व सभी सवारियों के नाम-पता पूछ कर ही उन्हें यूपी में प्रवेश कराने से काफी समय लग रहा है। इससे आम लोग भी परेशान हैं।
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