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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Printed by: प्रशांत कुमार झा
Up to date Tue, 14 Sep 2021 11:06 PM IST
सार
सूत्रों के मुताबिक, इस तरह के चार और चिंतन शिविर लगाए जाएंगे, जिसमें दूसरे मंत्रियों से प्रेजेंटेशन देने को कहा जाएगा। पीएम मोदी निश्चित अवधि पर मंत्रियों के कामकाज का पूरा ब्योरा देखते हैं और उसमें बेहतर की सलाह भी देते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मंत्रि परिषद के साथ चिंतन शिविर आयोजित किया। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने मंत्रियों को मंत्र दिया कि सादगी ही जीवन जीने का तरीका है। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान बैठक में केंद्रीय मंत्रियों मनसुख मंडाविया और धर्मेंद्र प्रधान ने समय प्रबंधन और कार्यक्षमता पर प्रस्तुतिकरण दिया।
इस तरह के चार और चिंतन शिविर लगाए जाएंगे, जिसमें दूसरे मंत्रियों से प्रेजेंटेशन देने को कहा जाएगा। पीएम मोदी अपने मंत्रियों से लगातार प्रेजेंटेशन की उम्मीद रखते हैं। पीएम मोदी निश्चित अवधि पर मंत्रियों के कामकाज का पूरा ब्योरा देखते हैं और उसमें बेहतर की सलाह भी देते हैं।
चिंतन शिविर में दोनों मंत्रियों ने समय प्रबंधन, कार्य कुशलता, समस्याओं की असल जड़ और निजी स्टाफ के चयन पर प्रेजेंटेशन दिया। इनके प्रेजेंटेशन में लोगों से व्यवहार करना, चिट्ठियों का तुरंत जवाब देने जैसे मुद्दों को दर्शाया गया।
बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा कि वे अपने सहभागिय़ों से अच्छी आदतें सीखें। पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए पीएम ने बताया कि वे किस तरह का सादा जीवन व्यतीत करते थे।
शेयरिंग ही केयरिंग है का मंत्र देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कैसे गुजरात में हर कोई बैठक में अपना टिफिन लाता था और सब मिलकर खाना खाते थे। राष्ट्रपति भवन में हुई ये बैठक करीब पांच घंटे चली।
सूत्रों ने बताया कि इस बैठक को चिंतन शिविर का नाम दिया गया जिसमें गवर्नेंस और सुधार को लेकर व्यापक चर्चा हुई।
विस्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मंत्रि परिषद के साथ चिंतन शिविर आयोजित किया। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने मंत्रियों को मंत्र दिया कि सादगी ही जीवन जीने का तरीका है। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान बैठक में केंद्रीय मंत्रियों मनसुख मंडाविया और धर्मेंद्र प्रधान ने समय प्रबंधन और कार्यक्षमता पर प्रस्तुतिकरण दिया।
इस तरह के चार और चिंतन शिविर लगाए जाएंगे, जिसमें दूसरे मंत्रियों से प्रेजेंटेशन देने को कहा जाएगा। पीएम मोदी अपने मंत्रियों से लगातार प्रेजेंटेशन की उम्मीद रखते हैं। पीएम मोदी निश्चित अवधि पर मंत्रियों के कामकाज का पूरा ब्योरा देखते हैं और उसमें बेहतर की सलाह भी देते हैं।
चिंतन शिविर में दोनों मंत्रियों ने समय प्रबंधन, कार्य कुशलता, समस्याओं की असल जड़ और निजी स्टाफ के चयन पर प्रेजेंटेशन दिया। इनके प्रेजेंटेशन में लोगों से व्यवहार करना, चिट्ठियों का तुरंत जवाब देने जैसे मुद्दों को दर्शाया गया।
बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा कि वे अपने सहभागिय़ों से अच्छी आदतें सीखें। पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए पीएम ने बताया कि वे किस तरह का सादा जीवन व्यतीत करते थे।
शेयरिंग ही केयरिंग है का मंत्र देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कैसे गुजरात में हर कोई बैठक में अपना टिफिन लाता था और सब मिलकर खाना खाते थे। राष्ट्रपति भवन में हुई ये बैठक करीब पांच घंटे चली।
सूत्रों ने बताया कि इस बैठक को चिंतन शिविर का नाम दिया गया जिसमें गवर्नेंस और सुधार को लेकर व्यापक चर्चा हुई।
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