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बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Printed by: डिंपल अलावाधी
Up to date Thu, 23 Sep 2021 12:55 PM IST
सार
तेल कंपनियां हर महीने एलपीजी सिलिंडर के दामों की समीक्षा करती हैं। हर राज्य में टैक्स अलग-अलग होता है और इसके हिसाब से एलपीजी के दामों में अंतर होता है।
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विस्तार
दो रुख अपना सकती है सरकार
रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार के एक आंतरिक मूल्यांकन से पता चला है कि उपभोक्ता एक सिलिंडर के लिए 1,000 रुपये तक देने को तैयार हैं। इस संदर्भ में सरकार सिलिंडर की सब्सिडी को लेकर दो रुख अपना सकती है- पहला, मौजूदा समय में जैसा चल रहा है सरकार वैसा ही चनने दे। दूसरा, सरकार सिर्फ आर्थिक रूप से कमजोर उपभोक्ताओं को ही उज्ज्वला योजना के तहत सब्सिडी प्रदान करे। मालूम हो कि फिलहाल सरकार ने सब्सिडी के बारे में कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा है।
सब्सिडी के रूप में उपभोक्ताओं को बांटे 3,559 करोड़ रुपये
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2020-21 में सरकार ने सब्सिडी के रूप में उपभोक्ताओं को 3,559 करोड़ रुपये दिए थे। वहीं इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-2020 में यह आंकड़ा 24,468 करोड़ रुपये था। इस तरह एक साल में सरकार ने सब्सिडी में लगभग छह गुना कटौती की है। मौजूदा समय में अगर उपभोक्ताओं की सालाना आय 10 लाख रुपये है, तो आपको सिलिंडर पर सब्सिडी का लाभ नहीं मिलता है।
इस साल 190.50 रुपये महंगा हुआ सिलिंडर
सिलिंडर के दाम के बारे में बात करें, तो दिल्ली में इस साल एक जनवरी को यह 694 रुपया का था। लेकिन अब यह बढ़कर 884.50 रुपये का हो गया है। यानी इस साल अब तक इसमें 190.50 रुपये की तेजी आई है। कोलकाता में इसका दाम 911 रुपये, मुंबई में 884.5 रुपये और चेन्नई में 900.5 रुपये है।
गैस सिलिंडर की कीमत हर महीने बदलती है। इसकी कीमत औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक निर्धारित करते हैं।
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