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सार
जीआरपी सीओ कमरुल हसन खां ने बताया कि सोने को बिना टैक्स चुकाए एक से दूसरी जगह पहुंचाना नियम विरुद्ध है। जीएसटी, इनकम टैक्स की टीमें अपने स्तर पर जांच कर रही हैं।
कानपुर: रेलवे पुलिस ने पकड़ा डेढ़ करोड़ का सोना
– फोटो : अमर उजाला
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये (साढ़े तीन किलो) का सोना पकड़ा गया है। सोना ले जा रहे चार युवकों को हिरासत में लेकर जीआरपी पूछताछ कर रही है। राजस्थान निवासी चारों युवक दिल्ली से ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन से कानपुर सेंट्रल उतरे थे।
खुद को एक कोरियर कंपनी का डिलीवरीमैन बता रहे हैं। इनका काम सोने को एक शहर से दूसरे तक पहुंचाना था। आशंका जताई जा रही है कि जीएसटी और आयकर बचाने के लिए इस तरह से सोना भेजा जा रहा था।
तस्करी से भी इनकार नहीं किया जा सकता। जीआरपी ने आयकर विभाग और जीएसटी विभाग को सूचना दी। रमेश सैनी, मनोज सैनी निवासी झुंझुनू, सुरेंद्र कुमार सैनी निवासी बड़ा गांव, झुंझुनू और दीपक उर्फ दीपू निवासी धौलपुर, राजस्थान के पास से 490 ग्राम के पांच सोने के बिस्कुट और करीब तीन किलो सोने के आभूषण बरामद हुए। इसमें अंगूठी, हार, नाक की कील, चेन आदि हैं।
प्रारंभिक पूछताछ में जानकारी हुई है कि ये कोरियर कंपनी सांई एयर पार्सल सर्विस के डिलीवरीमैन हैं। कानपुर से इन्हें वाराणसी या पटना जाना था, लेकिन बारिश की वजह से ये स्टेशन से बाहर नहीं निकल सके।
संदिग्ध अवस्था में घूमते देख जीआरपी की जवानों ने पूछताछ की तो सोने का पता चला। थाने में पूछताछ में युवकों ने बताया कि कानपुर के बाद कहां जाना है, यह बाद में बताया जाना था।
जीआरपी थाने में जीएसटी टीम टैक्स का आकलन कर लौट गई। आयकर के असिस्टेंट डायरेक्टर अंकित तिवारी और आईटी इंस्पेक्टर एसडी तिवारी ने देर तक कंपनी और उसके मालिकों की जानकारी जुटाई।
जीआरपी सीओ कमरुल हसन खां ने बताया कि सोने को बिना टैक्स चुकाए एक से दूसरी जगह पहुंचाना नियम विरुद्ध है। जीएसटी, इनकम टैक्स की टीमें अपने स्तर पर जांच कर रही हैं।
विस्तार
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये (साढ़े तीन किलो) का सोना पकड़ा गया है। सोना ले जा रहे चार युवकों को हिरासत में लेकर जीआरपी पूछताछ कर रही है। राजस्थान निवासी चारों युवक दिल्ली से ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन से कानपुर सेंट्रल उतरे थे।
खुद को एक कोरियर कंपनी का डिलीवरीमैन बता रहे हैं। इनका काम सोने को एक शहर से दूसरे तक पहुंचाना था। आशंका जताई जा रही है कि जीएसटी और आयकर बचाने के लिए इस तरह से सोना भेजा जा रहा था।
तस्करी से भी इनकार नहीं किया जा सकता। जीआरपी ने आयकर विभाग और जीएसटी विभाग को सूचना दी। रमेश सैनी, मनोज सैनी निवासी झुंझुनू, सुरेंद्र कुमार सैनी निवासी बड़ा गांव, झुंझुनू और दीपक उर्फ दीपू निवासी धौलपुर, राजस्थान के पास से 490 ग्राम के पांच सोने के बिस्कुट और करीब तीन किलो सोने के आभूषण बरामद हुए। इसमें अंगूठी, हार, नाक की कील, चेन आदि हैं।
प्रारंभिक पूछताछ में जानकारी हुई है कि ये कोरियर कंपनी सांई एयर पार्सल सर्विस के डिलीवरीमैन हैं। कानपुर से इन्हें वाराणसी या पटना जाना था, लेकिन बारिश की वजह से ये स्टेशन से बाहर नहीं निकल सके।
संदिग्ध अवस्था में घूमते देख जीआरपी की जवानों ने पूछताछ की तो सोने का पता चला। थाने में पूछताछ में युवकों ने बताया कि कानपुर के बाद कहां जाना है, यह बाद में बताया जाना था।
जीआरपी थाने में जीएसटी टीम टैक्स का आकलन कर लौट गई। आयकर के असिस्टेंट डायरेक्टर अंकित तिवारी और आईटी इंस्पेक्टर एसडी तिवारी ने देर तक कंपनी और उसके मालिकों की जानकारी जुटाई।
जीआरपी सीओ कमरुल हसन खां ने बताया कि सोने को बिना टैक्स चुकाए एक से दूसरी जगह पहुंचाना नियम विरुद्ध है। जीएसटी, इनकम टैक्स की टीमें अपने स्तर पर जांच कर रही हैं।
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