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अमर उजाला नेटवर्क, केलांग (लाहौल-स्पीति)
Revealed by: Krishan Singh
Up to date Tue, 28 Sep 2021 06:14 AM IST
सार
18 सदस्यीय दल में छह लोग पश्चिम बंगाल, जबकि 11 पोटर और एक शेरपा यानी स्थानीय गाइड खंमीगर ग्लेशियर पर ट्रैकिंग पर गए थे। एक शेरपा और एक पोर्टर ने वापस आकर इसकी सूचना काजा प्रशासन को दी। प्रशासन ने 32 सदस्यीय बचाव दल का गठन कर दिया है।
लाहौल-स्पीति(फाइल)
– फोटो : अमर उजाला
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के खंमीगर ग्लेशियर में ट्रैकिंग पर गए दो लोगों की ताजा बर्फबारी के बाद ठंड से मौत हो गई है। 18 सदस्यीय दल में से दो लोग लौट आए हैं जबकि 14 अब भी ग्लेशियर में फंसे हुए हैं। भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से हेलीकॉप्टर से मदद नहीं की जा सकती है। लिहाजा, इन्हें बचाने के लिए 32 सदस्यीय बचाव दल गठित कर रवाना किया गया है। इस दल को ग्लेशियर तक पहुंचने में तीन दिन का वक्त लगेगा। जानकारी के अनुसार बीते 15 सितंबर को इंडियन माउंटेनरिंग फाउंडेशन पश्चिम बंगाल का छह सदस्यीय दल बातल से काजा वाया खंमीगर ग्लेशियर ट्रैक (करीब 5034 मीटर ऊंचाई) को पार करने के लिए रवाना हुआ था।
ये भी पढ़ें: मौसम: हिमाचल में कमजोर पड़ा मानसून, एक अक्तूबर तक बारिश जारी रहने के आसार
इस दल के साथ 11 पोटर (सामान उठाने वाले) और एक स्थानीय गाइड (शेरपा) साथ था। तीन दिन पहले ताजा बर्फबारी की वजह से यह दल ग्लेशियर में फंस गया। अत्याधिक ठंड की वजह से भास्कर देव मुखोपाध्याय (61) सनराइज अपार्टमेंट 87डी आनंदपुर बैरकपुर कोलकाता पश्चिम बंगाल और संदीप कुमार ठाकुराता (38) थ्री राइफल रेंज रोड प्लॉट नंबर जेडए, पूव्यान अवासन बेलगोरिया पश्चिम बंगाल ने दम तोड़ दिया। पश्चिम बंगाल के ही अतुल(42) और एक पोटर ने जैसे-तैसे काजा पहुंचकर सोमवार को इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी। लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि रेस्क्यू दल में 16 आईटीबीपी और 6 डोगरा स्काउट के जवान शामिल हैं। इनमें एक चिकित्सक भी है। साथ ही 10 पोटर हैं।
काह गांव से शुरू होगा रेस्क्यू
बचाव का काम पिन घाटी के काह गांव से शुरू होगा। पहले दिन 28 सितंबर को काह से चंकथांगो, दूसरे दिन चंकथांगो से धार थांगो और तीसरे दिन धारथांगो से खंमीगर ग्लेशियर टीम पहुंचेगी। खंमीगर ग्लेश्यिर से काह पहुंचने में भी तीन दिन लगेंगे।
ये लोग फंसे हैं
देवाशीष वर्धन (58) मिलन पार्क गरिया कोलकाता, रणधीर राय रामकृष्ण (63) पाली कोगाच्छी श्यामनगर कोलकाता, तपस कुमार दास (50) सेंट 78 क्यूआरएस 28.3 चितरंजन बरधवान कोलकाता ग्लेशियर में फंसे हैं। इनके साथ पोटर भी हैं।
विस्तार
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के खंमीगर ग्लेशियर में ट्रैकिंग पर गए दो लोगों की ताजा बर्फबारी के बाद ठंड से मौत हो गई है। 18 सदस्यीय दल में से दो लोग लौट आए हैं जबकि 14 अब भी ग्लेशियर में फंसे हुए हैं। भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से हेलीकॉप्टर से मदद नहीं की जा सकती है। लिहाजा, इन्हें बचाने के लिए 32 सदस्यीय बचाव दल गठित कर रवाना किया गया है। इस दल को ग्लेशियर तक पहुंचने में तीन दिन का वक्त लगेगा। जानकारी के अनुसार बीते 15 सितंबर को इंडियन माउंटेनरिंग फाउंडेशन पश्चिम बंगाल का छह सदस्यीय दल बातल से काजा वाया खंमीगर ग्लेशियर ट्रैक (करीब 5034 मीटर ऊंचाई) को पार करने के लिए रवाना हुआ था।
ये भी पढ़ें: मौसम: हिमाचल में कमजोर पड़ा मानसून, एक अक्तूबर तक बारिश जारी रहने के आसार
इस दल के साथ 11 पोटर (सामान उठाने वाले) और एक स्थानीय गाइड (शेरपा) साथ था। तीन दिन पहले ताजा बर्फबारी की वजह से यह दल ग्लेशियर में फंस गया। अत्याधिक ठंड की वजह से भास्कर देव मुखोपाध्याय (61) सनराइज अपार्टमेंट 87डी आनंदपुर बैरकपुर कोलकाता पश्चिम बंगाल और संदीप कुमार ठाकुराता (38) थ्री राइफल रेंज रोड प्लॉट नंबर जेडए, पूव्यान अवासन बेलगोरिया पश्चिम बंगाल ने दम तोड़ दिया। पश्चिम बंगाल के ही अतुल(42) और एक पोटर ने जैसे-तैसे काजा पहुंचकर सोमवार को इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी। लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि रेस्क्यू दल में 16 आईटीबीपी और 6 डोगरा स्काउट के जवान शामिल हैं। इनमें एक चिकित्सक भी है। साथ ही 10 पोटर हैं।
काह गांव से शुरू होगा रेस्क्यू
बचाव का काम पिन घाटी के काह गांव से शुरू होगा। पहले दिन 28 सितंबर को काह से चंकथांगो, दूसरे दिन चंकथांगो से धार थांगो और तीसरे दिन धारथांगो से खंमीगर ग्लेशियर टीम पहुंचेगी। खंमीगर ग्लेश्यिर से काह पहुंचने में भी तीन दिन लगेंगे।
ये लोग फंसे हैं
देवाशीष वर्धन (58) मिलन पार्क गरिया कोलकाता, रणधीर राय रामकृष्ण (63) पाली कोगाच्छी श्यामनगर कोलकाता, तपस कुमार दास (50) सेंट 78 क्यूआरएस 28.3 चितरंजन बरधवान कोलकाता ग्लेशियर में फंसे हैं। इनके साथ पोटर भी हैं।
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