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अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली।
Revealed by: देव कश्यप
Up to date Thu, 16 Sep 2021 03:58 AM IST
सार
पार्टी नेतृत्व एंटी इंकम्बेंसी को खत्म करने के लिए नई सरकार में ज्यादातर नए चेहरों को जगह देना चाहता है। इसके तहत रुपाणी, नितिन पटेल सहित नब्बे फीसदी मंत्रियों की विदाई की पटकथा लिखी जा चुकी है।
भाजपा (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर से पार पाने के लिए भाजपा नेतृत्व नए मंत्रिमंडल से पूर्व सीएम विजय रुपाणी व डिप्टी सीएम नितिन पटेल समेत 90 फीसदी मंत्रियों को बाहर करने पर आमादा है। रुपाणी व नितिन पटेल सहित कई मंत्रियों की नाराजगी ने बुधवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार पर ग्रहण लगा दिया है।
बताया जाता है कि नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए राष्ट्रीय संगठन महासचिव भूपेंद्र यादव और बीएल संतोष दो दिनों से अहमदाबाद में डेरा डाले हुए हैं। इनकी रुपाणी और नितिन पटेल से कई दौर की बातचीत हुई है, लेकिन बीच का रास्ता न निकलने से भूपेंद्र पटेल मंत्रिमंडल का शपथग्रहण बृहस्पतिवार तक के लिए टाल दिया गया है।
बदलाव के लिए नेतृत्व सख्त
पार्टी नेतृत्व एंटी इंकम्बेंसी को खत्म करने के लिए नई सरकार में ज्यादातर नए चेहरों को जगह देना चाहता है। इसके तहत रुपाणी, नितिन पटेल सहित नब्बे फीसदी मंत्रियों की विदाई की पटकथा लिखी जा चुकी है। दरअसल सरकार और संगठन में व्यापक बदलाव का भाजपा को हमेशा लाभ मिला है। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान करीब सौ सांसदों के टिकट काटे गए थे। इसके कारण लोकसभा चुनाव में भाजपा को दोबारा अपने दम पर बहुमत मिला। वहीं, दिल्ली नगर निगम के पिछले चुनाव में सभी पार्षदों के टिकट काटे गए और भाजपा हारी हुई बाजी जीत गई।
हो चुका है अंतिम निर्णय
पार्टी के वरिष्ठ नेता के मुताबिक गुजरात के संदर्भ में अंतिम निर्णय हो चुका है। नेतृत्व इससे पीछे नहीं हटेगा। पार्टी की योजना अलग-अलग बिरादरी से जुड़े दो नेताओं को डिप्टी सीएम बनाने की है।
आज होगा मंत्रिमंडल का गठन
नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह बृहस्पतिवार को 1:30 बजे होने की संभावना है। इसमें करीब 22 चेहरों को जगह मिलेगी, जिनमें कम से कम 20 नए चेहरे होंगे।
विस्तार
गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर से पार पाने के लिए भाजपा नेतृत्व नए मंत्रिमंडल से पूर्व सीएम विजय रुपाणी व डिप्टी सीएम नितिन पटेल समेत 90 फीसदी मंत्रियों को बाहर करने पर आमादा है। रुपाणी व नितिन पटेल सहित कई मंत्रियों की नाराजगी ने बुधवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार पर ग्रहण लगा दिया है।
बताया जाता है कि नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए राष्ट्रीय संगठन महासचिव भूपेंद्र यादव और बीएल संतोष दो दिनों से अहमदाबाद में डेरा डाले हुए हैं। इनकी रुपाणी और नितिन पटेल से कई दौर की बातचीत हुई है, लेकिन बीच का रास्ता न निकलने से भूपेंद्र पटेल मंत्रिमंडल का शपथग्रहण बृहस्पतिवार तक के लिए टाल दिया गया है।
बदलाव के लिए नेतृत्व सख्त
पार्टी नेतृत्व एंटी इंकम्बेंसी को खत्म करने के लिए नई सरकार में ज्यादातर नए चेहरों को जगह देना चाहता है। इसके तहत रुपाणी, नितिन पटेल सहित नब्बे फीसदी मंत्रियों की विदाई की पटकथा लिखी जा चुकी है। दरअसल सरकार और संगठन में व्यापक बदलाव का भाजपा को हमेशा लाभ मिला है। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान करीब सौ सांसदों के टिकट काटे गए थे। इसके कारण लोकसभा चुनाव में भाजपा को दोबारा अपने दम पर बहुमत मिला। वहीं, दिल्ली नगर निगम के पिछले चुनाव में सभी पार्षदों के टिकट काटे गए और भाजपा हारी हुई बाजी जीत गई।
हो चुका है अंतिम निर्णय
पार्टी के वरिष्ठ नेता के मुताबिक गुजरात के संदर्भ में अंतिम निर्णय हो चुका है। नेतृत्व इससे पीछे नहीं हटेगा। पार्टी की योजना अलग-अलग बिरादरी से जुड़े दो नेताओं को डिप्टी सीएम बनाने की है।
आज होगा मंत्रिमंडल का गठन
नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह बृहस्पतिवार को 1:30 बजे होने की संभावना है। इसमें करीब 22 चेहरों को जगह मिलेगी, जिनमें कम से कम 20 नए चेहरे होंगे।
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