[ad_1]
एजेंसी, बोस्टन।
Revealed by: Jeet Kumar
Up to date Thu, 14 Oct 2021 01:04 AM IST
सार
सीतारमण ने कहा, दरअसल इस पूरे मामले को सिर्फ राजनीतिक हितों को पूरा करने का जरिया बनाया जा रहा है और किसानों को इसका मोहरा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
– फोटो : PTI
बोस्टन के हार्वर्ड केनेडी स्कूल में यूपी के लखीमपुर में किसानों के साथ हिंसा से जुड़े एक सवाल के जवाब में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, सिर्फ लखीमपुर नहीं, बल्कि पूरे देश में इस तरह की अन्य वारदातों की भी हम निंदा करते हैं। चूंकि यह मामला भाजपा शासित राज्य का है, सिर्फ इसलिए इसे बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, आपका सवाल उचित है और मैं मोदी सरकार नहीं, बल्कि देश का जवाब आपको देती हूं। भारत में ऐसे मामले कई प्रदेशों में होते हैं और हम सभी की निंदा करते हैं। सरकार में होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि ऐसी हर वारदात पर संज्ञान लें और जांच-पड़ताल के बाद कानून के तहत कार्रवाई करें।
मोदी सरकार चुप बैठने वाली नहीं है। केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। कानून अपना काम करेगा। सीतारमण ने कहा, लेकिन जरूरी है कि इस तरह की हिंसा की सभी घटनाओं पर इसी तरह की तत्परता दिखाई जाए न कि सिर्फ राज्य सरकारों को देखकर मामले को तूल दिया जाए। मैं आपसे, डॉ अमर्त्य सेन से और भारत को जानने वाले अन्य लोगों से अपील करती हूं कि वे इस तरह की हर घटना पर आवाज बुलंद करना सीखें।
कृषि कानूनों को लेकर किसानों के आंदोलन से जुड़े सवाल पर निर्मला ने कहा, सरकार जो कानून लाई है उस पर लंबे समय से कई संसदीय समितियां विचार विमर्श कर रही थीं।
कई राजनीतिक दलों ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी इसका जिक्र किया। लेकिन हमारी सरकार ने इन कानूनों को बनाया भी और सदन में इस पर विस्तृत चर्चा के बाद पास कराया। तब किसी ने इसका विरोध नहीं किया और अब इसको लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। सीतारमण ने कहा, दरअसल इस पूरे मामले को सिर्फ राजनीतिक हितों को पूरा करने का जरिया बनाया जा रहा है और किसानों को इसका मोहरा।
विस्तार
बोस्टन के हार्वर्ड केनेडी स्कूल में यूपी के लखीमपुर में किसानों के साथ हिंसा से जुड़े एक सवाल के जवाब में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, सिर्फ लखीमपुर नहीं, बल्कि पूरे देश में इस तरह की अन्य वारदातों की भी हम निंदा करते हैं। चूंकि यह मामला भाजपा शासित राज्य का है, सिर्फ इसलिए इसे बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, आपका सवाल उचित है और मैं मोदी सरकार नहीं, बल्कि देश का जवाब आपको देती हूं। भारत में ऐसे मामले कई प्रदेशों में होते हैं और हम सभी की निंदा करते हैं। सरकार में होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि ऐसी हर वारदात पर संज्ञान लें और जांच-पड़ताल के बाद कानून के तहत कार्रवाई करें।
मोदी सरकार चुप बैठने वाली नहीं है। केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। कानून अपना काम करेगा। सीतारमण ने कहा, लेकिन जरूरी है कि इस तरह की हिंसा की सभी घटनाओं पर इसी तरह की तत्परता दिखाई जाए न कि सिर्फ राज्य सरकारों को देखकर मामले को तूल दिया जाए। मैं आपसे, डॉ अमर्त्य सेन से और भारत को जानने वाले अन्य लोगों से अपील करती हूं कि वे इस तरह की हर घटना पर आवाज बुलंद करना सीखें।
कृषि कानूनों को लेकर किसानों के आंदोलन से जुड़े सवाल पर निर्मला ने कहा, सरकार जो कानून लाई है उस पर लंबे समय से कई संसदीय समितियां विचार विमर्श कर रही थीं।
कई राजनीतिक दलों ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी इसका जिक्र किया। लेकिन हमारी सरकार ने इन कानूनों को बनाया भी और सदन में इस पर विस्तृत चर्चा के बाद पास कराया। तब किसी ने इसका विरोध नहीं किया और अब इसको लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। सीतारमण ने कहा, दरअसल इस पूरे मामले को सिर्फ राजनीतिक हितों को पूरा करने का जरिया बनाया जा रहा है और किसानों को इसका मोहरा।
[ad_2]
Supply hyperlink